
73 वर्ष बाद पहली बार IMD ने जारी किया पीओके का FORECAST
‘मौसम’ के बाद मोदी सरकार बदलने जा रही है पीओके का मौसम ?
विशेष टिप्पणी : कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद (7 मई, 2020)। भव्य भारत न्यूज़ (BBN) ने दो दिन पूर्व गत 5 मई को यह समाचार प्रकाशित किया था कि कश्मीर में कुछ ‘बड़ा’ होने वाला है। बीबीएन की इस EXLUSCIVE NEWS पर आज पहली मुहर लगाई है भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने।
वैसे आईएमडी का इतिहास 145 वर्ष पुराना है, परंतु स्वतंत्र भारत के इतिहास में आईएमडी ने पहली बार ऐतिहासिक रूप से भारतीय मौसम के लिए जो भविष्यवाणी (FORECAST) की, उसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भी शामिल किया है। ऐसे में इस बात की संभावनाएँ और बढ़ गई हैं कि भारत शीघ्र ही कोरोना संकट के बीच भी कश्मीर पर कुछ बड़ा करने की तैयारी कर रहा है।

बीबीएन ने मंगलवार को प्रकाशित अपने विश्लेषण में दिल्ली से कश्मीर तक घटे 4-5 दिनों के घटनाक्रमों को आधार बना कर स्पष्ट रूप से आसार जताया था कि भारत कोरोना (CORONA) संकट के बीच भी कश्मीर (KASHMIR) को लेकर तनिक भी असावधान या असतर्क नहीं है। भारत कोविड 19 (COVID 19) जैसी वैश्विक महामारी आपदा के बीच पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा (LOC) पर पाकिस्तानी सेना की गड़बड़ी एवं कश्मीर में आतंकवादी आक्रमणों से आक्रामक तरीक़े से निपट रहा है।
पहले पीओके खाली करने का कड़ा संदेश
इतना ही नहीं, भारत इससे एक कदम आगे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की वापसी की भी तैयारी कर रहा है। बीबीएन ने इसका आधार विदेश मंत्रालय के उस वक्तव्य को बनाया था, जिसमें पाकिस्तानी दूतावास के वरिष्ठ राजनयिक को तलब कर स्पष्ट संदेश दिया गया था कि पीओके ख़ाली करो।
पिछले 24 घण्टों में घटे घटनाक्रमों ने बीबीएन की इस भविष्यवाणी को लगातार बल दिया है। पहले तो सेना ने कश्मीर में हिज़्बुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज़ नाइकू का ख़ात्मा किया। इसके साथ ही भारत के इरादे साफ हो गए और संभावनाएँ यहाँ तक बन गई हैं कि भारत अब आतंकवादियों के विरुद्ध लड़ाई को सीमा पार पाकिस्तान के अंदर तक ले जाएगा।
नायकू का ख़ात्मा, हाफिज़-मसूद की बारी ?

भारतीय सेना अमेरिका की तर्ज़ पर किसी भी समय पाकिस्तान में घुस कर उसके बिल में छिपे बैठे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों हाफिज़ सईद, मौलाना मसूद अज़हर, दाऊद इब्राहीम, सैयद सलाउद्दीन आदि पर धावा बोल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवाल कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी आपदा के बीच भी पाकिस्तान व कश्मीर पर पैनी नज़र बनाए हुए हैं।
कोरोना संकट के बीच भी कश्मीर पर एक्शन में मोदी सरकार

इसी कड़ी में विदेश मंत्रालय (MFA) ने पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट द्वारा पीओके में चुनाव की अनुमति दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। एमएफए ने पाकिस्तानी राजनयिक को बुला कर कड़ा संदेश दिया था कि पीओके सहित पूरा कश्मीर भारत का है और उसे ज़ल्द से ज़ल्द ख़ाली कर दिया जाए।
बीबीएन ने इन्हीं घटनाक्रमों को आधार बना कर मोदी सरकार के ‘मिशन कश्मीर’ या ‘मिशन पीओके’ की भविष्यवाणी की थी, जिसे आज भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की भविष्यवाणी से सबसे बड़ा बल व आधार मिला। वास्तव में स्वतंत्र भारत के इतिहास में India Meteorological Department ने पहली बार अपनी भविष्यवाणी में पीओके स्थित गिलगित-बाल्टिस्तान, मुज़फ्फराबाद के मौसम का हाल भी बताना भी प्रारंभ किया है।
आईएमडी का पूर्वानुमान : शुरू होगा मिशन पीओके ?

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी का पीओके को दायरे में लेना कोई छोटी घटना नहीं है, क्योंकि 1875 में स्थापित आईएमडी भारत-पाकिस्तान युद्ध 1947 से पहले तक तो जम्मू-कश्मीर के इन हिस्सों के मौसम का पूर्वानुमान जारी करता रहा होगा, परंतु 5 जनवरी, 1949 को युद्ध विराम के समय पाकिस्तान ने कश्मीर का यह हिस्सा हड़प कर लिया।
आईएमडी ने शायद 5 जनवरी, 1949 से लेकर 4 मई, 2020 तक पीओके के किसी हिस्से के मौसम पूर्वानुमान नहीं जारी किया होगा, परंतु 5 मई,2020 को आईएमडी ने इतिहास रच दिया। आईएमडी के जम्मू-कश्मीर प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र ने गत 5 मई से पाकिस्तान अधिग्रहित कश्मीर के क्षेत्रों को भी अपने मौसम पूर्वानुमान में शामिल कर लिया है।
आईएमडी-जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार भारतीय आईएमडी ने गिलगित-बाल्टिस्तान और मुज़फ्फराबाद के लिए भी पूर्वानुमान जारी करना प्रारंभ किया है, जो अभी पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाक़े हैं। यह पूर्वानुमान जम्मू कश्मीर मौसम विज्ञान उप मंडल के तहत गत 5 मई से जारी किया जा रहा है।
370 की विदाई के साथ ही सक्रिय हो था आईएमडी
वास्तव में आईएमडी तो मोदी सरकार द्वारा अगस्त-2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व 35ए हटाए जाने तथा जम्मू-कश्मीर को केन्द्रशासित प्रदेश घोषित किए जाने के बाद से ही सक्रिय हो गया था।
इस विभाजन के कारण जम्मू-कश्मीर व लद्दाख नामक दो नए केन्द्र शासित प्रदेश अस्तित्व में आए थे। आईएमडी के महानिदेशक एम. महापात्र का कहना है वे पिछले वर्ष अगस्त में जम्मू कश्मीर के दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद पीओके के तहत इन क्षेत्रों के लिये दैनिक बुलेटिन में उल्लेख करते रहे हैं।
गिलगित, स्कार्दू मुज़फ्फराबाद में आईएमडी की दस्तक

आईएमडी की वेबसाइट पर जाकर भी देखा जा सकता है कि सेना से पहले आईएमडी ने पीओके में दस्तक दे दी है। आईएमडी के पीओके में जिन तीन बड़े शहरों के मौसम का पूर्वानुमान जारी करता है, उनमें गिलगित-बाल्टिस्तान राज्य के गिलगित, स्कार्दू शहरों तथा पराधीन कश्मीर (पाकिस्तानी आज़ाद कश्मीर) की राजधानी मुज़फ्फराबाद शहर शामिल हैं।
इस तरह से आईएमडी ने पीओके के मुख्य गढ़ मुज़फ्फराबाद में दस्तक दे दी है। बस, अब देश को प्रतीक्षा है मोदी सरकार के साहसी निर्णय एवं सेना के शौर्यपूर्ण पराक्रम की, जब भारत पीओके को पाकिस्तान से वापस लेकर कश्मीर को अखंड बनाएगा।
भारत के उत्तर-पश्चिम मंडल में पीओके
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएमडी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके को राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर-पश्चिम मंडल (NWD) में, जबकि राज्य स्तर पर जम्मू कश्मीर उप मंडल में शामिल किया है।
आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार आईएमडी फोरकास्ट में पीओके में शामिल क्षेत्रों, जिलों व नगरों का उल्लेख विशिष्ट तौर पर जम्मू कश्मीर उप मंडल किया जा रहा है। पीओके स्थित इन शहरों का उल्लेख अब राष्ट्रीय स्तर के उत्तर पश्चिम मंडल के सम्पूर्ण पूर्वानुमान में हो रहा है।
उत्तर पश्चिम मंडल के तहत 9 उप मंडल आते हैं, जिसमें पीओके सहित जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश , पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान शामिल हैं । इस घटनाक्रम का महत्व ऐसे समय में काफी बढ़ जाता है. जब भारत ने हाल ही एक बार फिर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है।